NATIONAL POP GOES THE WEASEL DAY [ राष्ट्रीय पॉप नेवला दिवस मनाता है]
14 जून को मनाया जाने वाला नेशनल पॉप गोज़ द वीज़ल डे, हमें नर्सरी राइम्स की दुनिया में एक चंचल यात्रा पर ले जाता है। "पॉप गोज़ द वीज़ल" एक क्लासिक बच्चों की कविता है जिसे कई पीढ़ियों से बच्चे गा रहे हैं। यह विशेष दिन नर्सरी कविताओं के स्थायी आकर्षण और सांस्कृतिक महत्व का एक सुखद अनुस्मारक है। हमसे जुड़ें क्योंकि हम "पॉप गोज़ द वीज़ल" के इतिहास और बच्चों और वयस्कों के दिलों में इसके स्थान का पता लगाते हैं।
"पॉप गोज़ द वीज़ल" का संगीतमय रहस्य:
"पॉप गोज़ द वीज़ल" एक आकर्षक धुन और सनकी गीत के साथ एक पारंपरिक नर्सरी कविता है। इस गीत की उत्पत्ति का पता 17वीं शताब्दी के इंग्लैंड में लगाया जा सकता है, जहां इसे पहली बार पियानो और बैरल ऑर्गन सहित विभिन्न संगीत वाद्ययंत्रों पर गाया और बजाया गया था।
गीत और व्याख्याएँ:
"पॉप गोज़ द वीज़ल" के गीतों ने वर्षों से जिज्ञासा और व्याख्या जगाई है। कविता इस प्रकार है:
"आधा पौंड टुपेनी चावल,
आधा पौंड गुड़।
पैसा इसी तरह जाता है,
पॉप वेसल पर जाते हैं।"
कविता की व्याख्याएं अलग-अलग हैं, लेकिन व्यापक रूप से माना जाता है कि यह 19वीं शताब्दी के दौरान लंदन में कामकाजी वर्ग के जीवन की चुनौतियों को प्रतिबिंबित करती है। "टुपेनी राइस" और "ट्रेकल" जैसे वाक्यांश बुनियादी आवश्यकताओं की कीमत का प्रतीक हो सकते हैं, जबकि "पॉप गोज़ द वीज़ल" पैसे की क्षणभंगुर प्रकृति की ओर संकेत कर सकते हैं।
सांस्कृतिक प्रभाव:
"पॉप गोज़ द वीज़ल" ने विभिन्न तरीकों से लोकप्रिय संस्कृति पर अपनी छाप छोड़ी है:
- बच्चों का गीत: यह एक प्रिय नर्सरी कविता और बच्चों का गीत है जो पीढ़ियों से चला आ रहा है।
- संगीत रूपांतरण: "पॉप गोज़ द वीज़ल" की धुन का उपयोग कई संगीत रचनाओं और रूपांतरणों में किया गया है।
- गेमिंग में लोकप्रियता: कविता अक्सर घूमने वाले जैक-इन-द-बॉक्स खिलौने से जुड़ी होती है, जो बच्चों के खेल में एक चंचल तत्व जोड़ती है।
- साहित्य और मीडिया में संदर्भ: कविता साहित्य, फिल्मों और मीडिया के अन्य रूपों में दिखाई दी है।
- चंचल परंपराएँ: कुछ संस्कृतियों में, "पॉप गोज़ द वीज़ल" एक चंचल नृत्य से जुड़ा हुआ है। लोग एक घेरा बनाते थे और धुन पर नृत्य करते थे, गाने के चरमोत्कर्ष पर घेरे के केंद्र में एक खिलौना "नेवला" दिखाई देता था।
राष्ट्रीय पॉप दिवस मनाना वीज़ल दिवस है:
हालाँकि इस दिन से जुड़ी कोई विशेष रस्में या रीति-रिवाज नहीं हैं, लेकिन नेशनल पॉप गोज़ द वीज़ल डे मनाना एक मज़ेदार और मनमौजी अनुभव हो सकता है:
- साथ गाएं: दोस्तों या परिवार के साथ इकट्ठा हों और "पॉप गोज़ द वीज़ल" की आकर्षक धुन गाएं।
- नर्सरी कविताएँ खोजें: अपने बचपन की अन्य पसंदीदा नर्सरी कविताओं को फिर से देखने का अवसर लें।
- शिल्प और रचनात्मकता: नर्सरी कविताओं से संबंधित रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रहें, जैसे कविताओं से पात्रों को चित्रित करना या गढ़ना।
- परंपरा साझा करें: बच्चों के साथ साझा करके नर्सरी कविताओं का आनंद युवा पीढ़ी तक पहुंचाएं।
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